Surah Al Baqrah Ayat no 215 - Dars-e-Quran

Dars-e-Quran

I must strive to reform my self and people of the entire world Insh'ALLAH

Saturday, March 20, 2021

Surah Al Baqrah Ayat no 215

 يَسۡـــَٔلُوۡنَكَ مَاذَا يُنۡفِقُوۡنَ ؕ قُلۡ مَآ اَنۡفَقۡتُمۡ مِّنۡ خَيۡرٍ فَلِلۡوَالِدَيۡنِ وَالۡاَقۡرَبِيۡنَ وَالۡيَتٰمٰى وَالۡمَسٰكِيۡنِ وَابۡنِ السَّبِيۡلِ‌ؕ وَمَا تَفۡعَلُوۡا مِنۡ خَيۡرٍ فَاِنَّ اللّٰهَ بِهٖ عَلِيۡمٌ


تم سے پوچھتے ہیں کیا خرچ کریں، تم فرماؤ جو کچھ مال نیکی میں خرچ کرو تو و ہ ماں باپ اور قریب کے رشتہ داروں اور یتیموں اور محتاجوں اور راہ گیر کے لئے ہے اور جو بھلائی کرو بیشک اللہ اسے جانتا ہے


वे आपसे पूछते हैं कि आपको क्या खर्च करना है। यह कहें: आप जो भी धार्मिकता में खर्च करते हैं, वह माता-पिता और निकट संबंधियों और अनाथों और जरूरतमंदों और पथ-प्रदर्शक के लिए है, और आप जो भी अच्छा करते हैं, निश्चित रूप से अल्लाह उसे जानता है।


Surah Al Baqrah 

Aayat No. 215

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